स्पेशल रिपोर्ट || अब पत्रकारों ने पत्रकारों के खिलाफ ही मुहीम छोड़ दिया है. निष्पक्ष और दलाल जैसे शब्दों के भी एक नया युद्ध शुरू हो गया है. मध्य प्रदेश के दामों में प्रेस क्लब में पोस्टर ही लगा दिया कि दलाल पत्रकारों पत्रकारिता छोड़ दो. इस से पता चलता है कि प्रेस के भीतर काम करने वाले पत्रकारों का भी दम घुटता जा रहा है. कुछ आर्थिक रूप से कमजोर होकर आने आकाओं की हर बात को मानाने के लिए मजबूर हैं और कुछ विशेष विचाराधार के प्रवाह में अंधे हो चुकें हैं.
खैर केंद्र और कई राज्यों में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल कहते हैं कि क्या आपने ईडी और सीबीआई के सामने कभी भाजपा शासित राज्यों के मंत्रियों, नेताओं की पेशी देखी है? क्या ये मान लिया जाए कि कोई भ्रष्टाचार ही नहीं हो रहा है? या फिर भारत की राजनीति में जितने भी ईमानदार लोग हैं वो सब बीजेपी में आ गए हैं और बीजेपी में भी पहले से है. अगर ये एजेंसियां स्वतंत्र है तो क्यों हर बार विपक्ष का कोई मुख्य चेहरा बुलाया जाता है और गिरफ्तार होता है. सरकार इन आलोचनाओं के साथ अब सामान्य हो. एजेंसियां स्वतंत्र है, यह कहकर विपक्ष अपना काम चला लेती है और एजेंसियां अपना काम करती रहती है.
अब सवाल केवल आरोपों का नहीं हैं, अब तो स्वतंत्रता कि लड़ाई में बलिदान देनों वाले वीर क्रांतिकारियों का भी राजनीतिकरण हो रहा है. सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उप मुख्यमंत्री मनीष शिसोदिया सहित जेल में बंद मंत्री सत्येन्द्र जैन की तुलना भगत सिंह से कर दिया. दरअसल आम आदमी पार्टी सोमवार को कई घंटे तक सीबीआई मुख्यालय के बाहर जमी रही और जाँच एजेंसी से लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाती रही. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डेढ़ सौ दिनों से जेल में हैं रॉ के जिला जज ने ईडी की मांग पर सत्येंद्र जैन का मामला दूसरे कोर्ट में ट्रान्स्फर कर दिया था. वहीँ सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुला लिया तो पार्टी ने भी कह दिया की गिरफ्तारी की योजना है. मनीष सिसोदिया के बयान के साथ एक पोस्टर जारी किया गया कि मेरे जेल जाने पर अफ़सोस मत करना गर्व करना. मनीष सिसोदिया की तस्वीरों के के साथ आम आदमी पार्टी ने एक और पोस्टर जारी किया और उस पर लिखा आज के भगत सिंह. इस पोस्टर में अनिमेष इनका इस्तेमाल किया गया जिसमें सिसोदिया को बच्चों का रक्षक दर्शाया गया है.
भगत सिंह या महात्मा गाँधी के राजनीतिकरण का ये पहला मामला नहीं है. भाजपा से सम्बंधित नेता द्वारा महात्मा गाँधी के पुतले को गोली मारने का भी विडियो वायरल हो चूका है. अरविन्द केजरीवाल ने सिशोदिया और सत्येन्द्र जैन की तुलना भगत सिंह से की तो अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर भगत सिंह के परिवारिक सदस्य हरभजन एस दत्त ने कहा, “केजरीवाल का यह बयान न केवल भगत सिंह बल्कि सभी क्रांतिकारियों का अपमान है। वह सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की तुलना भगत सिंह से कैसे कर सकते हैं।”

बता दें, दिल्ली की नई आबकारी नीति के अंतर्गत दिल्ली सरकार पर 144 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। इसमें, सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत 14 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में सिसोदिया आरोपित नंबर 1 हैं। इस बड़े घोटाले की जाँच में सीबीआई ने गत 18 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर समेत 31 जगहों पर छापेमारी की थी। इसके बाद, ईडी ने 7 अक्टूबर को दिल्ली समेत हैदराबाद और पंजाब में 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यही नहीं, हाल ही में, शुक्रवार (14 अक्टूबर, 2022) को भी ईडी ने 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
गौरतलब है कि शराब घोटाले में यह पूरी कार्रवाई मुख्य सचिव की उस रिपोर्ट के आधार पर हो रही है, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि दिल्ली सरकार के एक्साइज पॉलिसी में बड़ी हेराफेरी की गई है। यह रिपोर्ट करीब दो महीने पहले दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी गई थी।
इस रिपोर्ट में जीएनसीटीडी एक्ट 1991 के साथ ही ट्रांजेक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स 1993 और दिल्ली एक्साइज एक्ट 2009 तथा दिल्ली एक्साइज रूल्स 2010 के नियमों का उल्लंघन पाया गया था। इस रिपोर्ट में सीबीआई जाँच की भी सिफारिश की गई थी जिसके आधार पर अब सीबीआई कार्रवाई कर रही है।
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