Special Report || जनता से वादा भी है, इरादा भी है और दावा भी. जी हाँ बात हो रही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की. लोगों का कहना है कि अपने पहले कार्यकाल में कानून व्यवस्था की मजबूती का प्रदर्शन करके दूसरा अध्याय शुरू करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षियों के पसीने छुड़ा दिए हैं. चाहे अपराधियों के जड़ को कमज़ोर करना हो या भ्रष्ट अधिकारीयों पर कार्रवाई. लोगो का कहना है कि CM Yogi किसी मामले में पीछे नहीं हैं. अभी भ्रष्टाचार के मामले में बरेली के पूर्ति विभाग के ARO को सस्पेंड कर दिया गया. डीएम ने एसडीएम से मामले की जांच कराई थी, जो सही पाई गई। इसके बाद डीएम ने शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। शासन से एआरओ को सस्पेंड कर डीसी कार्यालय आगरा से अटैच कर दिया गया।
अब यूपी में गलती करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ जांच और ऐक्शन कैसे हो योगी सरकार ने इसकी रूपरेखा तैयार कर दी है। नई व्यवस्था के तहत प्रक्रिया में कई संशोधन किए गए हैं। मसलन, अब किसी आरोपित कर्मचारी को अपना पक्ष रखने के लिए अधिकतम 2 महीने का वक्त मिलेगा। समकक्ष को जांच अधिकारी नहीं बनाया जाएगा और एक ही गलती के लिए बार-बार सजा नहीं मिलेगी। जांच के नाम पर कर्मचारियों को अब बेजा परेशान नहीं किया जा सकेगा। कार्मिक विभाग ने विभागाध्यक्षों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश भेज दिया है।
गाजीपुर से ब्रांड बना बुलडोजर कब बुलडोजर बाबा बन गया, ये कोई समझ पाता तब तक बुलडोजर पर सवार कार्यकर्ताओं ने दुबारा से सीएम योगी का स्वागत कर दिया. लोगों का कहना हा कि शायद अब इसी गाजीपुर से सख्त कानून व्यवस्था का ब्रांड सिंघम भी न बन जाये. जी हाँ आपने बॉलीवुड की फिल्मों में सिंघम को देखा ही होगा, कि किस तरह बदमाशों को सिंघम पकड़ता है. कुछ ऐसी तस्वीरें गाजीपुर से भी आ रही हैं. खैर वो तो फिल्म था लेकिन यहाँ गाजीपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाई से लोगों में ख़ुशी का माहौल है. लोगों का कहना हा कि अगर इसी तरह कार्यवाई होती रही तो गाजीपुर में अपराध करने से पहले अपराधी लाखों बार सोचेंगें. जी हाँ बात हो रही है योगी जी के पुलिस की यानि उत्तर प्रदेश पुलिस की.
गाजीपुर में जबसे रोहन पी बोत्रे, पुलिस अधीक्षक बन कर आये हैं तब से यहाँ के माहौल से जनता के बिच अपराधियों का खौफ कम होता दिख रहा है. आते ही ताबड़तोड़ एक्शन ने उन्हें चर्चाओं में ला दिया है. ख़बरों के अनुसार आईपीएस रोहन प्रमोद बोत्रे 2016 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और महाराष्ट्र के रहने वाले है। रोहन के माता-पिता प्रोफेसर हैं। रोहन प्रमोद बोत्रे ने पुणे यूनिवर्सिटी से बैचलर इन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद वो अमेरिका चल गए और वहां पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से मास्टर्स ऑफ साइंस (एमएस) सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अमेरिका में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद रोहन प्रमोद बोत्रे अमेरिका से वापस स्वदेश (भारत) लौटे और सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। स्वदेश लौटकर रोहन ने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी। अपने चौथे प्रयास में रोहन की सिविल सेवा में 187वां रैक मिला और उन्होंने खाकी वर्दी चुनी।
गाजीपुर से पहले वो कासगंज में थे और अब वो गाजीपुर में चर्चाओं में छाये हैं. अभी 20 दिन भी नहीं हुए की शिक्षा माफिया पर कार्रवाई, 3 मुठभेड़ और सांसद पर हुई कार्रवाई से वो चर्चाओं में आ गये. 14 जुलाई को खबर आई की जंगीपुर थाना क्षेत्र के बघोल इलाके में मुठभेड़ हुई है, जिसमे गैंगस्टर को गोली लगी है. इस खबर ने सबकी निगाहें गाजीपुर पुलिस की ओर खिंच दी. हमारे संवादाता हसीन अंसारी ने बताया की पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर गोली लगने से घायल हो गया था।पुलिस टीम ने घायल गैंगस्टर समेत 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है।मुठभेड़ जंगीपुर थाना क्षेत्र के बघोल इलाके में हुई है।पुलिस ने बदमाशों से 1 पिस्टल,1 तमंचा और बाइक बरामद की है।बताया जा रहा है कि पुलिस टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी,कि इसी दौरान एक बाइक पर दो बदमाश पुलिस टीम को देख कर भागने लगे।पुलिस टीम के पीछा करने पर बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी।पुलिस की जवाबी फायरिंग में एल बदमाश के पैर में गोली लगी।जिसकी पहचान गैंगस्टर संजीश उर्फ अन्नू के रूप में कई गयी।पुलिस ने घायल गैंगस्टर समेत उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया।
फिर 20 जुलाई को खबर आई की सैदपुर थाना क्षेत्र के देहरा कला रेलवे क्रासिंग पर मुठभेड़ हुई है और ये यहाँ कोई आम बदमाश नहीं थे, इन्होने बैंक में डाका डाला था. हमारे संवादाता हसीन अंसारी ने बताया कि ग़ाज़ीपुर के सैदपुर थाना क्षेत्र के देहरा कला रेलवे क्रासिंग पर पुलिस की बदमाशो से मुठभेड़ हुई थी।बदमाशों की फायरिंग के जवाब में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में एक बदमाश के पैर में लगी गोली लगी और पुलिस ने घायल बदमाश और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया, मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए दोनो बदमाश बैंक लॉकर चोरी मामले में शामिल थे।बदमाशों ने ग़ाज़ीपुर में यूबीआई की सैदपुर शाखा में 8 मई को कई लॉकर तोड़कर चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था।मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए बदमाश आलम शेख,ताहिर शेख झारखण्ड के हैं रहने वाले हैं।पुलिस बदमाशों के बाकी नेटवर्क को खंगाल रही है।
तीसरी मुठभेड़ की खबर 24 जुलाई को आई और इस केस में लोगों ने पुलिस की तारीफ की. क्योंकि करीब 6 दिन पहले ही यानि 18 जुलाई को थाना दुल्लहपुर क्षेत्रांतर्गत करीब शाम करीब 4 बजे पिकअप वाहन से 02 व्यक्ति(ड्राइवर व खलासी)मुलेठी मोड़ होते हुए गाजीपुर शहर की तरफ जा रहे थे कि मुलेठी मोड़ से दो सौ मीटर पहले बाइक सवार 02 व्यक्ति जो बाइक खड़ी करके पहले से ही खड़े थे. उनके द्वारा इन्हें रोक कर चाभी निकालकर मैजिक लूटने का प्रयास किया गया था । इनके द्वारा चाभी ना देने तथा प्रतिरोध करने पर बाइक पर पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा असलहा निकालकर फायर कर दिया गया था । इस सम्बन्ध मे थाना दुल्लहपुर पर मु0अ0सं0 138/2022 धारा 394,411,120बी भा0द0वि पंजीकृत कर घटना मे शामिल 01 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था, तथा प्रकाश मे आये 02 अभियुक्तो रणजीत सिंह उर्फ गोलू पुत्र विंध्याचल सिंह नि0 नसीरपुर थाना जंगीपुर, व अनुज पाठक उर्फ चीकू नि0 बीरपुर थाना भांवरकोल की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा था।
24 जुलाई को पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे द्वारा जनपद में इनामिया, वाछिंत तथा संदिग्ध व्यक्तियों/वाहनों के सघन चेकिंग का अभियान चलाये जाने का आदेश किया गया था। जिसके अनुपालन में थाना दुल्लहपुर पुलिस व स्वाट टीम गाजीपुर द्वारा अमारी गेट पर चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान जलालाबाद की तरफ से एक अपाचे मोटरसाइकिल पर आ रहे 02 व्यक्तियो को टार्च की रोशनी से रोकने का प्रयास किया गया तो दोनो व्यक्ति पुलिस से बचकर बाइक भगाते हुए पुलिस टीम पर फायर करते हुए हंसराजपुर की तरफ भागने लगे। जिस पर पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया तथा कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी थानों को चेकिंग करने के लिए बताया गया। भाग रहे बदमाश आगे जाकर धामपुर की तरफ मुड़ रहे थे कि अनियंत्रित होकर गिर गए तथा पुलिस टीम पर फायर करते हुए भागने लगे, पुलिस टीम द्वारा बार बार चेतावनी दी गई, वो नहीं माने तो पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्रवाई में फायर किया गया, जिससे एक बदमाश के पैर में गोली लग गई जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा तथा उसका साथी फायर करते हुए अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकला।
पुलिस टीम द्वारा सावधानीपूर्वक घायल के पास पहुंचा गया तथा उससे नाम पता पूछा गया तो उसने अपना नाम रणजीत सिंह उर्फ गोलू पुत्र विंध्याचल सिंह निवासी नसीरपुर थाना जंगीपुर बताया। इसके उपरांत उससे उसके भागे हुए साथी का नाम पूछा गया तो उसने अनुज पाठक उर्फ चीकू निवासी बीरपुर थाना भांवरकोल बताया। अभियुक्त के घायल होने के कारण मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उसे जिला सदर हॉस्पिटल ले जाया गया।
पकडे गये रणजीत सिंह के पास से पिस्टल और कारतूस के साथ मोटर साईकिल और नकद भी बरामद हुआ. लेकिन सबसे बड़ी बात ये है की ये कोई सामान्य अपराधी नहीं था. इसके ऊपर मुकदमों की लम्बी लिस्ट है. ये गैंगस्टर एक्ट का वांछित शातिर बदमाश है, हिस्ट्रीशीटर है और 25 हज़ार का इनामिया भी है.
पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे के नेत्रित्व में बदमाशों पर हो रही कार्रवाई से, अपराधियों में तो खौफ का माहौल पैदा ही हुआ होगा, साथ ही अब जनता भी चैन की साँस ले रही है. शायद इसी लिए लोग इन्हें अपनी भाषा में इन्हें योगी जी की सिंघम पुलिस कह रहे हैं.
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