गाजीपुर | उसरी चट्टी कांड के आरोपित त्रिभुवन सिंह गुरुवार काे भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच कोर्ट में पेश हुए। इस दौरान तकनीकी कारणों वजह से मामले में गवाह चालक रमेश कुमार की गवाही नहीं हो सकी। मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट ने अगली तिथि 26 जून नियत की है। इस दौरान कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिसकर्मी त्रिभुवन सिंह को लेकर गाजीपुर न्यायालय में पेश कराने पहुंचे तो परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई। इस दौरान भारी सुरक्षा के बीच परिसर में आए लोगों की कड़ी निगरानी की गई। वहीं परिसर में सुबह से ही पेशी को लेकर खूब गहमागहमी का माहौल बना रहा। यह मामला मऊ सदर के पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी से जुड़ा हुआ है.
क्या है उसरी चट्टी कांड?
15 जुलाई वर्ष 2001 को मुख्तार अंसारी के मुहम्मदाबाद से मऊ जाने के दौरान गोली चलने की घटना सामने आई थी। मुख्तार अंसारी के उसरी चट्टी के पास पहुंचने के दौरान ही ट्रक का आड़ लेकर उनके ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई थी। इसमें मुख्तार अंसारी को कुछ नहीं हुआ लेकिन इस कांड में मुख्तार अंसारी के सरकारी गनर सहित दो अन्य लोगों की मौत हो गई थी। मुख्तार अंसारी ने इस मामले में बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज कराई थी। इस प्रकरण में ही गुरुवार को सुनवाई होनी थी।