एमएलसी चुनाव | यूँ तो आपने कई खबरे सुनी होंगी या पढ़ी होंगी कि किसी मामले का प्रशासन या कोर्ट ने स्वत: संज्ञान ले लिया है. खैर ऐसे बहुत कम मौके होते हैं जहाँ स्वत: संज्ञान की बात सामने आये. हमारे यहाँ का सिस्टम भी अजीब है जो अपना आत्मसम्मान बेचता है उससे समाज के सम्मान की उम्मीद की जाती है. हर गली नुक्कड़ चौराहे पर लोग दबी जबान से बात तो कर रहे हैं की फलाने बीडीसी का रेट इतना लगा है धेकाने प्रधान का रेट इतना लगा है. अजीब है न जो ख़ुफ़िया जानकारी चाय की चुस्की लगाने वाले चाचा के पास वो सिस्टम के पास होकर भी नहीं है. खैर लोग कहते हैं कि हमारे यहाँ सिस्टम का कीबोर्ड तो बॉलीवुड की फिल्म की तरह नेता जी के पास ही रहता है.
खैर अब सम्मान और आत्मसम्मान की कीमत बहुत लग गई, यहाँ तो खुच बड़ा ही खेल हो गया है.जी हाँ हम बात वाराणसी एमएलसी चुनाव की कर रहे हैं. पिछली बार का तो आपको याद ही होगा की वाराणसी से एमएलसी कौन था और किस पार्टी ने उन्हें वाकोवर दिया था. खैर इस बार वाराणसी से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्यासी हैं सुदामा पटेल और उनके बयान से अब ऐसा लग रहा कि उन्हें हार का डर सता रहा है.
बहरहाल वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र है ऐसे में यहाँ से भाजप का सम्मान भी जुड़ा हुआ है. अब भाजपा प्रत्यासी सुदामा पटेल ने एक मीडिया प्लेटफार्म पर बयां देते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा के ही लोग बृजेश सिंह का समर्थन कर रहे हैं। बृजेश सिंह की पत्नी को जिताने के लिए घूम रहे हैं। सुदामा पटेल ने पूरे मामले की सीएम योगी से शिकायत की बात भी कही है।
जानकारों का कहना है कि वाराणसी की एमएलसी सीट पर लगातार बृजेश सिंह का दबदबा रहा है। पिछले दो दशक से इस सीट पर बृजेश सिंह के परिवार का ही कब्जा रहा है। पिछले चुनाव में खुद बृजेश सिंह ने जीत हासिल की थी। उससे पहले उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह एमएलसी थीं। अन्नपूर्णा से पहले बृजेश के चाचा चुलबुल सिंह एमएलसी थे। इस बार फिर बृजेश की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह फिर से मैदान में हैं।
एक चैनल से बातचीत में सुदामा पटेल ने कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार है। वाराणसी का चुनाव मोदी जी के संसदीय क्षेत्र का चुनाव कहा जाता है। जब वाराणसी का नाम आता है तो भाजपा की प्रतिष्ठा जुड़ जाती है। इसके बाद भी भाजपा के ही लोग पार्टी के प्रत्याशी को हराने में लगे हैं।
सुदामा ने कहा कि अपराध के कारण बृजेश सिंह का यहां साम्राज्य बहुत पहले से बना हुआ है। उनके कारण लोगों में डर का माहौल है। यही कारण है कि भाजपा के वोटरों को इस बात का कांफिडेंस नहीं बन पा रहा है कि सुदामा पटेल यहां से जीत पाएंगे। बृजेश के वाराणसी में ही सेंट्रल जेल में रहने के कारण भी लोगों में डर का माहौल है।
सुदामा ने कहा कि उनको हराने की बीजेपी में ही साजिश रची जा रही है। पार्टी के लोग बृजेश सिंह की पत्नी के साथ घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि वह ही बीजेपी की प्रत्याशी हैं। आरोप लगाया कि बृजेश सिंह पैसा बांटकर अभी तक एमएलसी बनते रहे हैं। लेकिन इस बार हम लोग स्वच्छ छवि के दम पर चुनाव लड़ रहे हैं।
सुदामा पटेल ने कहा कि पिछली बार भाजपा का कोई प्रत्याशी नहीं था। इसका फायदा इस बार उठाया जा रहा है। पिछली बार भी बृजेश सिंह को भाजपा ने समर्थन नहीं दिया था। सुदामा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी आ रहे हैं। उनसे मिलकर भाजपा के लोगों की शिकायत की जाएगी।
अब सुदामा पटेल की बात सुनकर नुक्कड़ वाले चाचा भी सर खुजाने लगे, भाई सुदामा पटेल ने तो पूरा पोल ही खोल दिया लेकिन एक बात नहीं पच रही है कि पिछली बार भाजपा ने प्रत्यासी नहीं उतारा था और बृजेश सिंह को समर्थन भी नहीं दिया था, क्या बात है? तो क्या इस बार कहीं सुदामा पटेल बीजेपी के डमी कैंडिडेट तो नहीं?
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